Ramdevji ki aarti / रामदेव जी की आरती लिरिक्स

रामदेव जी की आरतियाँ

रामदेव जी की आरती

रामदेव जी की आरती

रामदेव जी की आरती-1

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घर अजमल अवतार लियो
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।


गंगा जमुना बहे सरस्वती।
रामदेव बाबो स्नान करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।


घिरत मिठाई बाबा चढे थारे चूरमो
धूपारी महकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।


ढोल नगाङा बाबा नोबत बाजे
झालर री झणकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।


दूर-दूर सूं आवे थारे जातरो
दरगा आगे बाबा नीवण करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।


हरी सरणे भाटी हरजी बोले।
नवों रे खण्डों मे निसान घुरे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।


रामदेव जी की आरती-2


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

सतयुग में बाबा विष्‍णु बन आए, 
मधु-कटैभ को मार गिराये
ब्रह्मा जी को आप ऊबारो, 
देव श्री कहलाये ॥


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

त्रेता में बाबा राम बन आए, 
रावण को मार गिराये
महाबीर की आप उबारो, 
पुरूषोत्‍तम कहलाये ॥


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

द्वापर में बाबा कृष्‍ण बन आए, 
कंस को मार गिराये
सुदामा को आप उबारो, 
वासुदेव कहलाये ॥


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

कलयुग में बाबा रामदेव बन आए, 
भैरों-राकस को मार गिराये
बोहिता बनिए को आप उबारो, 
रामपीर कहलाये ॥


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

माता मैनादे पिता अजमाल जी, 
बाबा संग में डाली आये
देबो साबो पुत्र थारे, 
नेतली कहलाये ॥


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

श्री रामपीर की आरती, 
जो कोई नर गाये
जन्‍म-जन्‍म के कष्‍ट मिटे, 
भव सागर तर जाये ॥


जय श्री रामदेव अवतारी, 
कलयुग में धणी आप पधारे ।

गरू नरसिंह पाण्‍डे शरणे,
'बाबा' प्रकाश पाण्‍डे गाये
प्रेमनगर में मन्दिर तिहारा, 
गढ़ सिरसा कहलाये ॥

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