खाटू जाणा स लिरिक्स (राज पारीक)

खाटू जाणा स लिरिक्स (राज पारीक)


खाटू जाणा स लिरिक्स (राज पारीक)
खाटू जाणा स लिरिक्स (राज पारीक)

Voice - Raj Pareek
Lyrics - Jai Shankar Chowdhury “Banwari Ji”
Music Produced, Mixed & Mastered by Shiva Malik.

खाटू जाणा स लिरिक्स (राज पारीक)

दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
खाटू वाले श्याम धणी स,
हेत पुराणा स
खाटू वाले श्याम धणी स,
हेत पुराणा स
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स॥

कितनो मीटर कपड़ो ल्याऊ,
कुणसो ल्याऊ रंग,
लहरावे जद आसमान में,
दुनिया होजा दंग,
कितनो मीटर कपड़ो ल्याऊ,
कुणसो ल्याऊ रंग,
लहरावे जद आसमान में,
दुनिया होजा दंग,
बोल दरजी बोल मन्ने,
के के ल्याणा स,
बोल दरजी बोल मन्ने,
के के ल्याणा स,
हो दरजी, हो दरजी...
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स॥

लांबी लांबी लाठी माहि,
बाबा को निसान,
बिन बोल्या ही समझे दुनिया,
कर दे एक पिछान
लांबी लांबी लाठी माहि,
बाबा को निसान,
बिन बोल्या ही समझे दुनिया,
कर दे एक पिछान
झंडे ऊपर मन्ने,
जय श्री श्याम लिखाणा स,
झंडे ऊपर मन्ने,
जय श्री श्याम लिखाणा स,
हो दरजी, हो दरजी...
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स॥

हाथ जोड़ के बोलू दरजी,
दिखा तेरी चतुराई
बनवारी जो भी मांगेगो,
द्युंगा तने सीमाई
हाथ जोड़ के बोलू दरजी,
दिखा तेरी चतुराई
बनवारी जो भी मांगेगो,
द्युंगा तने सीमाई
मेले माहीं जाके मन्ने,
श्याम रिझाना स,
मेले माहीं जाके मन्ने,
श्याम रिझाना स,
ऐ दरजी, ऐ दरजी...
ऐ दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स॥

भगत की इतनी सारी बात सुण कर
दरजी के मन में बाबा के प्रति प्रेम जाग गया
अब तक तो भगत दरजी से बोल रह्या था
अब दरजी भगत से बोल रह्या है के-

मेरे मन में भाव जाग ग्या
मैं भी खाटू जाऊं,
घर वाला ने सागे लेकर
एक निसान चढ़ाऊँ,
मेरे मन में भाव जाग ग्या
मैं भी खाटू जाऊं,
घर वाला ने सागे लेकर
एक निसान चढ़ाऊँ
श्याम धणी स मन्ने भी,
एक काम पटाणा स
श्याम धणी स मन्ने भी,
एक काम पटाणा स
ओ सेवक ओ भगतां
ओ प्रेमी लेले तेरे साथ,
मन्ने खाटू जाणा से,
ओ प्रेमी लेले तेरे साथ,
मन्ने खाटू जाणा से,

दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स,
दरजी सीम दे निसान,
मन्ने खाटू जाणा स॥
ओ दरजी सीम दे निसान……॥

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