राधा 3 रैप लिरिक्स (घोर सनातनी)

राधा 3 रैप लिरिक्स

(घोर सनातनी)

राधा 3 रैप लिरिक्स (घोर सनातनी)
राधा 3 रैप लिरिक्स (घोर सनातनी)


Lyrics/Composer/Rapper/Mix/Master 
@GHORSANATANI
Singer/Music - ‪@Lovenishkhatribhajans‬

राधा 3 रैप लिरिक्स

(घोर सनातनी)


ओ कान्हा राधा तरस गयी
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को

तुमसे हैं मेरी प्रीत जुड़ी
और तुम ही मेरे प्रियतम हो
मैं लाख दर्द खुद सह लुंगी
पर आँख तेरी न कभी नम हो
मैं अंदर से हूँ टूट चुकी
तुझे दर दर खोजने जाती हूँ
तुम जाके बैठे द्वारका में
गईयो को पीड़ा सुनती हूँ
कान्हा तेरे नाम की मेहंदी
लगा के बैठी हाथो में
तारे गिनती रहती हूँ बस
जागती रहती रातों में
मेरे चेहरे पे मुस्कान है बेशक
गहरा दर्द जज्बातों में
तुम सदा ही हँसते रहना
छोड़ो क्या ही रखा इन बातों में

ओ कान्हा राधा तरस गयी
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को

तेरी राधा कान्हा बहरी हो गई
जब से बंसी सूनी नहीं
सांसों की माला कान्हा तूने
साथ क्यों मेरे बुनी नहीं

मेरे 36 गुण तुमसे मिलते
पर फिर भी राधा गुणी नहीं
तेरी 8 रानियों में कान्हा क्यों
राधा एक तूने चुनी नहीं
मैं खुद को कोसती रहती हूँ
पर तुमपे आंच न आने दूँ
बादल से जैसे बरखा बहती
आँखों को बह जाने दूँ
मुझे ताने देती सखियाँ सब
सह लेती कहके जाने दूँ
तेरी पीड़ा जुदाई को सहने से
तो अच्छा सांस रुक जाने दूँ

ओ कान्हा राधा तरस गयी
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को

ओ कान्हा राधा तरस गयी
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को

ओ कान्हा राधा तरस गयी
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को

ओ कान्हा राधा तरस गयी
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
रास रचाने को....

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