कान्हा रैप लिरिक्स
(घोर सनातनी)
कान्हा रैप लिरिक्स (घोर सनातनी) |
Lyrics/Rapper/Mix/Master
@GHORSANATANI
Music/Singer
@Lovenishkhatribhajans
कान्हा रैप लिरिक्स
(घोर सनातनी)
ओ राधे कान्हा तरस गया
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
रास रचाने को
ओ राधे कान्हा तरस गया
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
ओ राधे कान्हा तरस गया
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
हे राधे तेरा कान्हा
तेरे दर्शन हेतू रोता है
गर राधा मेरी सोती ना
तो कान्हा भी ना सोता है
मै वृन्दावन से दूर हुआ
कोई मेरी भी मजबूरी थी
मथुरा में कंश को मारा
माँ पिता की मुक्ति जरुरी थी
मेरा जन्म हुआ था
धर्म स्थापना करने को संसार में
पर शक्ति मेरी बसती
मानो राधे तेरे प्यार में
मै विष्णु भी हूँ राम भी हूँ
मेरे रूप मान अनेक है
मै राधा तुमसे अलग नहीं
राधा कृष्ण तो एक हैं
कभी बंशी नहीं बजायी
जबसे वृन्दावन को छोड़ दिया
तुम्हें लगता होगा कान्हा ने तो
ताम नाम से मोड़ लिया
जिस तर्पण में मेरी राधा ना
उस तर्पण को ही तोड़ दिया
मेरे नाम कृष्ण के आगे
मैंने राधा नाम को जोड़ दिया
गर राधा मेरी पीड़ा में हो
आँसू मेरे बह जाये
मेरी राधा को कोई बुरा कहे
तो कान्हा कैसे सह जाये
मेरे दर्द छुपे है गहरे किन्तु
दिल के भीतर रह जाये
मै राधा तुझमें वास करू
जिसे कहना है जो कह जाये
ओ राधे कान्हा तरस गया
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
रास रचाने को
ओ राधे कान्हा तरस गया
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
ओ राधे कान्हा तरस गया
तेरे इक दर्शन पाने को
आँखे रो रो बरस गयी
तेरे संग रास रचाने को
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