गोविन्दा गोपाला लिरिक्स (हंसराज रघुवंशी)

गोविन्दा गोपाला लिरिक्स

(हंसराज रघुवंशी)

गोविन्दा गोपाला लिरिक्स(हंसराज रघुवंशी)
गोविन्दा गोपाला लिरिक्स(हंसराज रघुवंशी)


Singer & Composer : Hansraj Raghuwanshi
Lyrics : Ravi Chopra
Additional Lyrics :- Hansraj Raghuwanshi
Music : DJ Strings
Mix & Master : Mixbuddy
Chorus : Deepanshu Jain
Rythm : Shubham Salokhe
Label : Hansraj Raghuwanshi

गोविन्दा गोपाला लिरिक्स

(हंसराज रघुवंशी)

गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
जिसका ना कोई है जगत में
जिसका ना कोई है जगत में
उसका है बंसी वाला
गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला

हरि बोल हरे कृष्ण हरे राम

हरे कृष्ण कृष्ण हरे कृष्णा
बोले सांसों की माला
मन मोहन से मिलते ही
मन हो जाये मतवाला
करे नज़र से जदुगारिया
है अजब गजब ये ग्वाला
गुंघराली लट से तोड़ा
राधा की दिल का ताला
कभी मिला नहीं मीरा से
उसे दीवानी कर डाला
गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
हा गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला

हरि बोल हरे कृष्ण हरे राम

शरणागत को संकट से
गिरधर ने सदा निकाला
सांवरिया तो विष को भी
अमृत है करने वाला
बन जाये कवच भक्तों का
हे श्याम नाम घोसला
जो काम करे ये मुरली
कर पाए ना बरछी भाला
हो कृष्ण सारथी जिसके
उसे कौन हराने वाला
गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
हा गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला

लाल गुलाबी काला
रंग सबपे श्याम ने डाला
चढ़े तो फिर ना उतरे
है श्याम का रंग निराला
राधा को भी रंग डाला
मीरा को भी रंग डाला
रंग डाले सारे ग्वाले
रंग दी बृज की हर बाला
उसका बचना मुश्किल है
पड़े श्याम से जिसका पाला
गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
हा गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला

गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला
हा गोविन्दा गोपाला
हरे कृष्ण हरे नन्दलाला

श्री कृष्णा गोविन्दा हरे मुरारी

हे नाथ नारायण वासुदेवा
हे नाथ नारायण वासुदेवा
हे नाथ नारायण वासुदेवा

मैं समस्त सृष्टि का उद्गम हूँ ।
सभी वस्तुएँ मुझसे ही उत्पन्न होती हैं ।
जो बुद्धिमान यह जान लेता है ,
वह पूर्ण दृढ़ विश्वास और
प्रेम भक्ति के साथ मेरी उपासना करता है ।

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