श्यामा आन बसो लिरिक्स (सचेत-परम्परा)

श्यामा आन बसो लिरिक्स

(सचेत-परम्परा)

श्यामा आन बसो लिरिक्स (सचेत-परम्परा)
श्यामा आन बसो लिरिक्स (सचेत-परम्परा)

Song - Shyama Aan Baso
Singers - Parampara Tandon, Sachet Tandon
Music - Sachet-Parampara
Lyrics - Youngveer
Mix and Mastered By Aftab Khan
Music Label - T-Series

श्यामा आन बसो लिरिक्स

(सचेत-परम्परा)


श्यामा आन बसो वृंदावन में
मेरी उम्र बीत गई गोकुल में
मैं तो बन के दूलहन आज सजी
बस तुम ही हो मेरे तन मन में
हो मेहंदी लगाऊं मैं गजरा सजाऊ
मेरा है तू ये जग को दिखाऊं
देखते जाऊं मैं संग बिठाऊं
इश्क है तुझसे तो मैं क्यों छुपाऊं
मोहे तुम हो सुहागन की हीरे
तूम बिन मैं कहाँ जी पाऊंगी
क्यों आए ना मोरे सांवरिया
उन्हें सखियां भेज बुला लूंगी

वादा किया जो अब तो निभा दे
दोनों का अपना घर तू बसा दे
घूँघट उठा दे तू मांग सजा दे
मेरा है तू बृज को बता दे
सारे मौसम तेरे संग गुजरे
तेरे साथ रहूंगी सावन में
श्यामा आन बसो वृंदावन में
मेरी उम्र बीत गई गोकुल में
मैं तो बन के दूलहन आज सजी
बस तुम ही हो मेरे तन मन में

हो याद है मुझको मेरे वादे
रग रग में तेरा प्रेम है राधे
सारी दुनिया को तू बता दे
प्रीत बिना सब आधे-आधे

राधे कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे
राधे कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे
राधे कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे
राधे कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे

श्यामा आन बसो वृंदावन में
मेरी उम्र बीत गई गोकुल में
मैं तो बन के दूलहन आज सजी
बस तुम ही हो मेरे तन मन में

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