रघुनंदन - जय हनुमान रैप लिरिक्स (कृष्णा)

रघुनंदन - जय हनुमान रैप 

लिरिक्स (कृष्णा)

रघुनंदन - जय हनुमान रैप लिरिक्स (कृष्णा)
रघुनंदन - जय हनुमान रैप लिरिक्स (कृष्णा)

Writer - KRishna
Composer - KRishna
Singers: Saicharan Bhaskaruni,
Lokeshwar Edara, Harshavardhan Chavali
Music: GowraHari
Lyrics: Tripuraneni Kalyanachakravarthy
Mix: GowraHari

रघुनंदन - जय हनुमान रैप 

लिरिक्स (कृष्णा)

जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
राम.......

रघु नंदन रघु रघु नंदन
रघुवरसेवना रघुपतिचयन
सत्ययोजना सत सत्ययोजना
शरदिनियाजना शारपरिलंघना

रघु नंदन रघु रघु नंदन
रघुवरसेवना रघुपतिचयन
सत्ययोजना सत सत्ययोजना
शरदिनियाजना शारपरिलंघना में

अंजनी के गर्भ से जन्मे
पवनसुत कहलाए
शिव के अंश है महाबली
संकटमोचन बन आए।
बाल्यकाल में सूर्य को निगला
तेजस्वी बलशाली हैं
ऋषियों के वो श्राप से भूले
अपनी शक्ति सारी थे ।
सुग्रीव के संग में मित्रता
और राम मिलन की वो कथा
प्रेम दिया भ्राता समान
और हर ली राम की हर व्यथा।
माँ सीता को जब मिले थे तब
वो एक अकेला था बंदा
लगा के अग्नि पूँछ में अपनी
जला दिया पूरी लंका।
जला दिया लंका तो फिर
श्री राम को ये संदेश दिया
चीर दूँगा उस रावण को
गर तुमने एक आदेश दिया।

अरी भजन अरी अरी भजन
अरिमद्भजन दशमुख कम्पन
बड़ बकृता बड़बड़ बकृता
बदबनलाकृता बहुभस्मर्चना
जया केतन जया जया केतन
जयहया प्रपुना जयमिड़ धापुगाने

संजीवनी पर्वत लाए और
लक्ष्मण को जीवन दान दिया
भक्ति में लीन श्री राम चरण की
धूल को भी सम्मान दिया।
पहुँच के लंका भूमि पे
अक्षय को भी औकात दिखाई
वनवासी श्री राम का साथ निभाकर
लंका विजय दिलाई।
राम राज्य स्थापना में
हनुमान का भी है योगदान
श्री राम के चरणों में भक्तों का
निश्चित होना है कल्याण।
महाबली हैं हनुमान
हर दिल में उनकी गाथा गूँजे
खोए सुध-बुध तन-मन सब
हम सिवा उनके अब कुछ ना सूझे।
अनंत काल से वर्तमान तक
आत्मा उनकी जगमग डोले
प्राण बचाना दुष्ट कली वही
महाबली वही बम बम भोले।
बम बम भोले.....
बम बम भोले.....

अजर, अमर अविनाशी हनुमान
भक्तों का हर संकट हरे
संकट मोचन का नाम लिया तो
संकट भी संकट ना लगे।

रघु नंदन रघु रघु नंदन
रघुवरसेवना रघुपतिचयन
सत्ययोजना सत सत्ययोजना
शरदिनियाजना शारपरिलंघना

अरी भजना अरी अरी भजन
अरिमद्भजन दशमुखकम्पन
बड़बकृता बड़ाबकृता
बड़ाबनालाकृता बहुभस्मर्चना
जया केतन जया जया केतन
जयहया प्रापना जयमिड़ धापुगने
जया केतन जया जया केतन
जयहया प्रापना जयमिड़ धापुगने

कलियुग पर है कली का साया
राक्षसों का बढ़ा प्रकोप
आएंगे जब महाबली
तब धर्म का होगा फिर आलोक।
निरंतर लो बस उनका नामा
जय संकट मोचन हनुमान
राम दूत अतुलित बलधामा
अंजनी पुत्र पवन सुत नामा।
हे भगवान तुम धर्म के रक्षक
कली विरुद्ध भी लड़ जाओगे
अंधकार घनघोर हो जितना
सत्य प्रकाश तुम ही लाओगे।
बढ़ा है संकट कली का इतना
हृदय में सबके किया है घर
देर ना हो जाए कहीं भगवान
सता रहा हमको यही डर।
लोक त्रिलोक में बैठे हो जिस
मौन रूप से हे हनुमन
क्या चीख वहाँ तक पहुँची थी
जब लूटा था उस बेटी का तन।
साधु रूप में रावण को
माँ सीता ना पहचान सकी
अब तो है राम भी रावण जैसा
हर मन में है बसा कली।
त्रेता युग ले आओ भगवन
सब मंगल हो जाएगा
राम राम ना हुआ तो फिर
जीना हराम हो जाएगा।

रघु नंदन रघु रघु नंदन
रघुवरसेवना रघुपतिचयन
सत्ययोजना सत सत्ययोजना
शरदिनियाजना शारपरिलंघना में
बड़बकृता बड़ाबकृता
बड़ाबनालाकृता बहुभस्मर्चना
जया केतन जया जया केतन
जयहया प्रापना जयमिड़ धापुगने
जय श्री राम....

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