भये प्रकट कृपाला लिरिक्स (वैभव गुप्ता)

भये प्रकट कृपाला 

लिरिक्स (वैभव गुप्ता)

भये प्रकट कृपाला लिरिक्स (वैभव गुप्ता)
भये प्रकट कृपाला लिरिक्स (वैभव गुप्ता)

Song: Bhaye Prakat Kripala
Lyrics: Manoj Muntashir
Singer: Vaibhav Gupta
Music Composer: Kunwar Anshith
Music Label: Prarthana-
The Sound of Sanatana

भये प्रकट कृपाला 

लिरिक्स (वैभव गुप्ता)

भये प्रकट कृपाला
दीन दयाला
कौसल्या हितकारी
हे सूर्य सनातन
भारत भूषण
अद्भुत छवि तुम्हारी
अद्भुत छवि तुम्हारी

भये प्रकट कृपाला
दीन दयाला
कौसल्या हितकारी
हे सूर्य सनातन
भारत भूषण
अद्भुत छवि तुम्हारी
अद्भुत छवि तुम्हारी

जुग जुग हैं जागे
नैन अभागे
दर्शन आस लगाये

जुग जुग हैं जागे
नैन अभागे
दर्शन आस लगाये
श्रीमन नारायण
धन्य हुए हम
तुम जो धरा पर आये
तुम जो धरा पर आये
हे वीर धनुर्धर
जब भी धनुष पर
तीर तुम्हारा तनता
सब शीश झुकाये
सुर नर गायें
जय जय भगवंता
जय जय भगवंता

जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम

अब साहस पल पल
होता निर्बल
घेरे विपदा भारी

अब साहस पल पल
होता निर्बल
घेरे विपदा भारी
है घोर हताशा
बन के आषा
आओ अवध बिहारी
आओ अवध बिहारी
भले प्राण ये जायें
वचन ना जाये
तुम ही तो थे कहते
क्या सत्य पराजित
कीर्ति कलंकित
होगी तुम्हारे रहते
राम तुम्हारे रहते

है शोक में सीता
परम पुनीता
राम सहें ये कैसे
लहू खौल रहा है
डोल रहा है
धैर्य धरा के जैसे
धैर्य धरा के जैसे

लो साक्षी अगन को
और गगन को
मान के बाण चढ़ाये
अब राम हरेंगे
कष्ट सिया के
प्राण रहे ये जाये
प्राण रहे ये जाये

जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम
जय राम राम

सजे माथे पे चन्दन
हे रघुनंदन
हाथ में बाण धनुष हो

सजे माथे पे चन्दन
हे रघुनंदन
हाथ में बाण धनुष हो
पुरुषार्थ तुम्हारा
कभी ना हारा
तुम तो आदिपुरुष हो
तुम तो आदिपुरुष हो

हुँकार भरो रे
शोक हरो रे
जागो वीर धनुर्धर
करो रावण वश में
नाभि-कलश में
भेदो तीर धनुर्धर
भेदो तीर धनुर्धर

हे नाथ तपस्वी
क्षण ये यशस्वी
जगत तरण-तारण का
तुम आज धनुष पर
धर्म चढ़ा कर
अंत करो रावण का
अंत करो रावण का
जब तक गंगाजल
बहता कल-कल
वसुधा रामम् शरणम्
इति राम-जानकी
कथा ज्ञान की
इति रामायण काव्यम्
इति रामायण काव्यम्
इति रामायण काव्यम्

भये प्रकट कृपाला
दीन दयाला
कौसल्या हितकारी
हे सूर्य सनातन
भारत भूषण
अद्भुत छवि तुम्हारी
अद्भुत छवि तुम्हारी...

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