भक्तों के दिल मे बैठे है लिरिक्स (गजेन्द्र प्रताप सिंह)

भक्तों के दिल मे बैठे है 

लिरिक्स 

(गजेन्द्र प्रताप सिंह)

भक्तों के दिल मे बैठे है लिरिक्स (गजेन्द्र प्रताप सिंह)
भक्तों के दिल मे बैठे है लिरिक्स (गजेन्द्र प्रताप सिंह)

Song: Bhakton Ke Dil Me Baithe Hain
(भक्तों के दिल मे बैठे है सदियो से महादेव )
Singer: Gajendra Pratap Singh
Lyrics: Sawai Bhargav
Music: NIkhar Juneja

भक्तों के दिल मे बैठे है 

लिरिक्स (गजेन्द्र प्रताप सिंह)

अंग अंग जो भस्म रमाए
रूद्र है जिनकी शीश जटाए
अंग अंग जो भस्म रमाए
रूद्र है जिनकी शीश जटाए
रूप है जिनका अजब निराला
गले मे सज रहा नाग है काला
ना हो जिनका अंत ना आदि
अटल है जिनका योग अनादि
ध्यान मगन मे मस्त हुए
जो रहते है सदैव
रहते है सदैव .....
भक्तों के दिल मे बैठे है
सदियो से महादेव
भक्तों के दिल मे बैठे है
सदियो से महादेव

हर पाणी के तुम रक्षक हो
महापापी के तुम भक्षक हो
हर पाणी के तुम रक्षक हो
महापापी के तुम भक्षक हो
मानव दानव और
देवो के परम पिता त्वमेव
भक्तों के दिल मे बैठे है
सदियो से महादेव
भक्तों के दिल मे बैठे है
सदियो से महादेव
सदियो से महादेव....

करूण कृपाला दीन दयाला
सबके जीवन का रखवाला
करूण कृपाला दीन दयाला
सबके जीवन का रखवाला
हे तपधारी डमरूधारी
हर हर हर महादेव
हर हर हर महादेव....
भक्तों के दिल मे बैठे है
सदियो से महादेव
भक्तों के दिल मे बैठे है
सदियो से महादेव

लहर उठी शिव भक्ति की
दिल ज़ोर ज़ोर से गाए
ये मन जोगी बन जाए
मेरा अता पता खो जाए
भोले का है खेल निराला
दुनिया समझ ना पाए
आए शंभु आए दुख मे
जब दुखियार बुलाए
आए शंभु आए दुख मे
जब दुखियार बुलाए

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