ॐ जय श्री ओंम बन्ना आरती लिरिक्स
हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ
 खाटू वाले श्याम की महिमा लिरिक्स
तुझ संग लगी है कैसी लगन भजन लिरिक्स
संवारे मेरे घर आओ कभी लिरिक्स
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं लिरिक्स
जरा इतना बता दे कान्हा तेरा रंग काला क्यूँ
राधे ब्रज जन मन सुखकारी राधे
प्यारो लागे रे मोहे मेरो वृंदावन
इतनी शक्ति हमें देना दाता
 जय गणेश जय गणेश देवा