चल री सखी वृंदावन धाम (स्वाति मिश्रा)
कलयुग का मानव लिरिक्स
खाटू वाले श्याम लिरिक्स (स्वस्ति मेहुल)
राम रावण लिरिक्स (राँझा)
चले आओ मोहन लिरिक्स (रोहित तिवारी बाबा)
खाटू सरकार लिरिक्स (अजीत सिंह)
रावण बनाम राम लिरिक्स
राम बिन जाऊं कहाँ लिरिक्स (नरसी)
नाचे नाचे मदन गोपाल लिरिक्स (मान्या अरोरा)
मैं कैसे भूल जाऊं प्रभु हनुमान को लिरिक्स (रोहित तिवारी बाबा)
रावण बनाम कलियुग लिरिक्स
भजो श्याम भजो रे लिरिक्स (निखिल वर्मा)