कान्हा आये हैं लिरिक्स (निखिल वर्मा)
मैं राधा बनके नाचूंगी लिरिक्स (अभिलिप्सा पंडा)
कलंक रैप लिरिक्स (घोर सनातनी)
मोहन मेरे प्यारे लिरिक्स (निखिल वर्मा)
एक हज़ारों में मेरा कान्हा लिरिक्स (स्वाति मिश्रा)
चलो चलें हम कृष्ण की नगरी लिरिक्स (स्वस्ति मेहुल)
श्रीवेङ्कटेशस्तोत्रम् लिरिक्स (श्री नवल किशोरी)
जय हो गोपाल की लिरिक्स
चोरी चोरी माखन लिरिक्स(स्वाति मिश्रा)
गोविन्द बोलो लिरिक्स(अखिल सचदेवा)
कान्हा रे लिरिक्स(देवी चित्रलेखा)
सत्य शिव है लिरिक्स