कुम्भ लिरिक्स (कवी सिंह)
मंगलम नमः शिवाय लिरिक्स (सिद्धार्थ मोहन)
महाकुंभ है लिरिक्स
मेरे भोले तुझे ये कसम है लिरिक्स (शेखर जैसवाल)
महाकुम्भ बुला रहा लिरिक्स (छोटू सिंह रावणा)
परम पिता परमात्मा लिरिक्स (गुरनज़र)
महाकुम्भ संगम लिरिक्स (कैलाश खैर)
रामा रामा रटते रटते लिरिक्स (स्वाति मिश्रा)
सिया के दुःख हिंदी रैप लिरिक्स (वायू)
स्वर्ग सा खाटू धाम लिरिक्स (मोना मेहता)
जो हार के आया लिरिक्स (नरेन्द्र चन्दर)
महाकुंभ है लिरिक्स (कैलाश खैर)